SEBI Ban Anil Ambani : SEBI ने अनिल अम्बानी सहित उनकी 24 कंपनियों को भी किया बैन जिसके कारण Reliance Home Finance व Reliance Power (R Power) जैसे कंपनियों के स्टॉक 5-10% तक गिरे । चौकाने वाली यह बात है की ऐसा क्या कर दिया अनिल अम्बानी ने की SEBI को ऐसा order पास करना पड़ा ।
क्यों किया SEBI ने अनिल अम्बानी को बैन
इस पुरे मामले को समझने के लिए हमें थोड़ा पीछे चलना होगा और समझना होगा अनिल अम्बानी द्वारा किये जा रहे काले घोटाले के बारे में वो भी उन्ही की कंपनी Reliance House Finance Limited (RHFL) में ।
RHFL एक नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी है रिलायंस की जो लोगो को लोन उपलब्ध करती है पर कोई भी लोन देना से पहले जैसा कोई भी बैंक आपके साथ करता है की वो आपकी पूरी जानकारी एवं आपके कुल assets या संपत्ति कितनी है, आपकी देनदारी कितनी है, यह सब चीज़े देखने के बाद हे कोई भी कंपनी आपको लोन उपलब्ध कराती है ।
परन्तु RHFL के केस में कंपनी ने बिना दिखे और जाने ऐसे कंपनियों को लोन उपलब्ध कराया जो पहले से कर्जे में थी व उनकी हालत इतनी खराब थी की वह एक हाई रिस्क कंपन्या थी जहा से पैसा वापिस आना बहुत मुश्किल था ।
यह सब पता होने के बाद भी Reliance housing finance ऐसी कंपनियों को लोन देती रही जिससे सभी लोगो वह भोले भले निवेशकों को लगे की उनकी कंपनी की आय बढ़ रही है और उससे उनका share price बढ़ता चला जाये ।
RHFL की प्रमोटर Reliance Capital Limited (RCL) है जिसमे अनिल अम्बानी की 47.91% हिस्सेदारी है ।
SEBI को जांच में मिला की RHFL ने जो 3,742 करोड़ के लोन 2017-18 में दिए थे वो ऐसी ही लापरवाही के कारण बढ़ कर एक हे साल में दो गुने से ज्यादा 8,670.80 करोड़ के हो गये 2018-19 में ।
यहां तक की जिन कंपनियों को यह लोन प्रदान कराए गए ना तो उनकी इतनी नेट वर्थ थी ना ही वो प्रॉफिट बना रही थी और ना ही ऐसे कंपनियों को लोन देते समय उनसे कोई चीज़ गिरवी रखवाई गई जिसे बेच कर कंपनी अपने पैसे वापिस ले सके अगर जिस कंपनी ने लोन लिया वह उस लोन को वापिस नहीं कर पाती ।
जांच के दौरान यह भी पता चला की जिन कंपनी को RHFL ने लोन उपलब्ध कराये उनमे से काफी कंपनी के मालिकों को अनिल अम्बानी अच्छे से जानते थे ।
RHFL के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स ने RHFL और अनिल अम्बानी को 2019 में ऐसी कंपनी को लोन उपलब्ध करने के लिए सख्त मन भी करा था अपितु अनिल अम्बानी नहीं माने और अपने हस्ताक्षर द्वारा कही लोन को भी मंजूरी दी ।
आखिर कार वही हुआ जिसका डर था काफी कंपन्या लोन वापिस नहीं कर पाई जिसके कारण RHFL को अपने आपको डिफ़ॉल्ट घोषित करना पड़ा और जिन छोटे निवेशकों ने के RHFL के शेयर में निवेश करा उनको इसका नुक्सान उठाना पड़ा ।
यह ही अनिल अम्बानी द्वारा चलाये जाने वाले फ्रॉड के कारन SEBI ने अनिल अम्बानी पर 25 करोड़ का जुरमाना लगते हुए व Anil Dhirubhai Ambani Group (ADAG) पर कुल 625 करोड़ का जुरमाना लगते हुए अनिल अम्बानी सहित उनकी 24 कंपनी को 5 साल के लिए Stock Market से बैन कर दिया है और साथ ही साथ अनिल अम्बानी पर 5 साल तक किसी भी कंपनी के managerial position (प्रबंधकीय पद) से भी निष्कासित कर दिया है।
क्या करे अगर आपके पास RHFL, R Power Share है?
अगर आपके पास RHFL, R Power जैसे शेयर है तो आपको उसमे से जल्द से जल्द निकलने का फैसला और मौका देखना चाहिए
वैसे तो अनिल अम्बानी कुछ कानूनी उपाय खोजने की कोशिश कर रहे है जिससे उन्हें SEBI के इस order से कुछ राहत मिल पाए अपितु अनिल अम्बानी के पुराने घोटालो को ध्यान में रख कर हम देखे तो उनकी कंपनी के शेयर को खरीदना एवं ऐसे SEBI के बैन के बाद भी ऐसे शेयरो में बने रहना बहुत जोखिम भरा हो सकता है।